लोन क्या है? ओर कितने प्रकार के होते हैं?
हो सकता है कि हमारे पास कुछ चीजें करने या कुछ चीजें खरीदने के लिए जरूरी पैसा हमेशा न हो। ऐसी स्थिति में, एक व्यक्ति बैंक से लोन (कर्ज़) लेकर अपनी जरूरत को पूरा कर सकता है।
लोन (कर्ज़) किया है
सरल भासा मे जब एक बैंक या कोई संस्था किसी व्यक्ति को या संस्था को एक निश्चित गारंटी के साथ या इस भरोसे के आधार पर लोन (कर्ज़) देता है, कि लोन (कर्ज़) लेने वाला लोन (कर्ज़) के साथ ही उसकी ब्याज दर के साथ लोन (कर्ज़) को चुका देगा, तो इस प्रक्रिया को लोन (कर्ज़) कहा जाता है।
हम लोन (कर्ज़) को मुख्य तोर पर 3 भागो मे बात सकते हैं – जिसमे 1 कुल लोन (कर्ज़) , 2 ब्याज दर,तथा 3 लोन (कर्ज़) चुकाने का कुल समय (अवधि), होते हैं।
हममें से अधिकांश लोग बैंक या विश्वसनीय गैर-बैंकिंग लोन (कर्ज़) कंपनी (एनबीएफसी) से लोन (कर्ज़) लेना पसंद करते हैं, क्योंकि वे सरकारी नीतियों से बंधे होते हैं और भरोसेमंद होते हैं। लोन (कर्ज़) किसी भी बैंक या एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी) के प्रमुख सेवाओं में से एक होता है।
लोन (कर्ज़) कितने प्रकार के होते हैं ?
सुरक्षित लोन (कर्ज़)
इन लोनों लेने वाले व्यक्ति या संस्थान को लोन लेने के लिए बैंक के पास अपना कुछ गिरवी रखने की आवश्यकता होती है। ताकि यदि लोन लेने वालाअपना लोन (कर्ज़) सही समय ओर पूरा नहीं चुकता है तो एसे मे, बैंक के पास लोन की वसूली के लिए गिरवी रखे गए समान का उपयोग करने का अधिकार सुरक्षित है। ऐसे लोनों की ब्याज दर अकसर असुरक्षित लोनों की तुलना में बहुत कम होती है।
असुरक्षित लोन (कर्ज़)
असुरक्षित लोन (कर्ज़) वे होते हैं जिन्हें लेने के लिए बैंक के पास कुछ गिरवी रखने की जरूरत नहीं होती है। इसमे बैंक लोन लेने वाले यक्ति या संस्था के साथ उसके पिछले संबंध, क्रेडिट स्कोर और अन्य कारकों का विश्लेषण करके यह तय करता है कि कर्ज दिया जाना चाहिए या नहीं। इस तरह के लोनों के लिए ब्याज दर थोड़ीअधिक हो सकती है, ताकि अगर कोई अपना लोन न चुका पाये या चुकाना ही न चाहे तो एसे मे बैंक को कम से कम नुकसान हो कियूकी एसा होने पर लोन (कर्ज़) राशि की वसूली का बैंक के पास कोई तरीका नहीं है।
जरूरतों के आधार पर(Loan)
शिक्षा लोन (कर्ज़) (Education Loan)
यह लोन (कर्ज़) एक व्यक्ति को उसकी शिक्षा लोन (Education Loan) पूरी करने के लिए दिया जाता है, जो स्टूडेंट को शिक्षा प्राप्त करने में सहायता करता है। इसमे आपके लिए किसी भी प्रतिष्ठित संस्थान/विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री, स्नातकोत्तर डिग्री, या कोई अन्य डिप्लोमा को प्राप्त करना हो सकता है। लोन प्राप्त करने के लिए आपके पास किसी शिक्षा संस्था द्वारा प्रदान किया गया प्रवेश पास (एंट्री पास ) होना चाहिए। यह लोन अपने देश और अंतरराष्ट्रीय देसों दोनों शिक्षा (Education) के लिए उपलब्ध होते हैं।
पर्सनल लोन (कर्ज़)
कोई भी यक्ति अपनी किसी भी प्रकार की पेसो की कमी को पूरा करने के लिए पर्सनल लोन (कर्ज़) ले सकते हैं। पर्सनल लोन लेने के लिए कई कारण हो सकतें हैं जेसे अपना पुराना कर्ज चुकाने से लेकर छुट्टी पर जाने, या घर/कार के डाउनपेमेंट के लिए फंडिंग और मेडिकल इमरजेंसी से लेकर महंगे फर्नीचर या गैजेट्स खरीदने तक कुछ भी हो सकता है। पर्सनल लोन ने से पहले लोन लेने वाले के बैंक के साथ उसके पिछले लेनदेन को चेक करता है साथ ही उसका क्रेडिट स्कोर भी चेक किया जाता है। (पर्सनल लोन बैंक उनही लोगो को देता है जो बैंक की नज़र मे अच्छे है )
वाहन लोन (कर्ज़)
वाहन लोन (कर्ज़) आपको किसी भी प्रकार की कार ,बाईक ओर ऑटो आदि को खरीदने मे सहायता करता है। वाहन नया या पुराना हो सकता है। इसमे वाहन की ऑन-रोड कीमत के आधार पर बैंक द्वारा लोन (कर्ज़) का निर्धारण किया जाता है। आपको गाड़ी लेने के लिए कुछ डाउनपेमेंट के लिए तैयार रहना पड़ सकता है। क्योंकि लोन (कर्ज़) 100% मिल पाना लगभग असम्मभव है। याद रहे जब तक आप अपना पूरा लोन (कर्ज़) छका नहीं देते तब तक गाड़ी का मालिकाना अधिकार बैंक के पास रहगा।
होम लोन (कर्ज़)
आसान भासा मे होम लोन आपको अपना घर/फ्लैट खरीदने, घर बनाने, मौजूदा घर की मरम्मत करने या प्लॉट खरीदने के लिए आपको सहायता देता है। लोन कितना देना है ये बैंक आपके क्रेडिट स्कोर ओर आपकी संपति के आधार पर तय करेगा ये पूरी तराह बैंक के अधिकार मे है, साथ है जब तक लोन लेने वाला अपना पूरा लोन सही से ओर टाइम से चुका नहीं देता तब तक घर या ज़मीन का मालिकाना अधिकार बैंक के पास रहेगा।
गोल्ड लोन (कर्ज़)
यह लोन आपके आभूषण या सोने की छड़ें / सिक्के के बदले कई फाइनेंसर और बैंक के द्वारा दिया जाता है,
गोल्ड लोन के नियम गोल्ड लोन देने वाली फाइनेंसर/ बैंक सोने का वजन करता है और उसकी शुद्धता और अन्य चीजों की कई जांचों के आधार पर दी जाने वाली राशि की गणना करता है।आप गोल्ड लोन का उपयोग किसी भी उद्देश्य के लिए कर सकते हैं इसके लिए फाइनेंसर/ बैंक के द्वारा कोई नियम नहीं होता है लोन का उपयोग आप कसे करते हैं यह पूरी तराह लोन लेने वाले के अधिकार मे होता है।
गोल्ड लोन को मासिक किश्तों में चुकाया जाना चाहिए ताकि लोन एक निश्चित अवधि के अंदर चुकाया जा सके और अपने सोने को वापस लिया जा सके। ध्यान रहे यदि आपका लोन समय पर पुनर्भुगतान करने में आप विफल रहते हैं, तो फाइनेंसर/ बैंक अपने घाटे की वसूली के लिए आपके सोने को अपने कब्जे में लेने ओर नीलाम करने का अधिकार रखते हैं।
संपत्ति पर लोन (कर्ज़)
सोना गिरवी रखने के समान, व्यक्ति और व्यवसाय धन लोन लेने के लिए संपत्ति, बीमा पॉलिसी, एफडी प्रमाणपत्र, म्यूचुअल फंड, शेयर, बॉन्ड और अन्य संपत्ति गिरवी रखते हैं। गिरवी रखी गई संपत्ति के मूल्य के आधार पर, बैंक कुछ मार्जिन के साथ लोन की देता है।
आपको अपना एक निश्चित समय पर पुनर्भुगतान होगा ताकि वह कार्यकाल के अंत में आप अपनी गिरवी रखी गई संपत्ति को वापस प्राप्त कर सके। ध्यान रहे ऐसा करने में विफल रहने पर बैंक डिफ़ॉल्ट लोन की वसूली के लिए संपत्ति बेच सकता है।
महत्वपूर्ण बातें जो बैंक आपके आवेदन को मंजूरी देने के लिए देखते हैं
विश्वस्तता की परख
क्रेडिट स्कोर यह तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है कि बैंक आपके आवेदन के साथ आगे बढ़ना चाहेगा या प्रारंभिक चरण में इसे छोड़ देगा। यह विशेष रूप से तब होता है जब असुरक्षित लोन (कर्ज़) की बात आती है।
चूंकि क्रेडिट स्कोर उधारकर्ता के क्रेडिट इतिहास का प्रतिनिधित्व करता है, बैंक आपके के पुनर्भुगतान इतिहास का विश्लेषण करता है और निष्कर्ष निकालता है कि क्या लोन लेने वाला समय पर भुगतान कर सकता है या वह भुगतान में चूक करेगा। लोन (कर्ज़) स्वीकृति आवश्यक विश्लेषण के बाद बैंक के निर्णय पर आधारित है।
आय और रोजगार इतिहास
आपकी मासिक या वार्षिक कमाई और रोजगार का इतिहास लोन (कर्ज़) स्वीकृति में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एक अच्छा और स्थिर कार्य इतिहास के रूप में आपकी आय और आय स्थिरता के आधार पर, बैंक को यह विश्वास हो सकता है या नहीं हो सकता है कि आप लोन (कर्ज़) चुकाने सकेंगे या नहीं।
भले ही आप स्व-नियोजित हों, पर बैंक यह मानता है कि आपका व्यवसाय पिछले कुछ वर्षों से अच्छा चल रहा है और आपके व्यवसाय का टर्नओवर संतोषजनक है।
लोन (कर्ज़) -से-आय अनुपात
सिर्फ अच्छी आय ही नहीं, बल्कि यदि आपकी प्रति माह रु. 1 लाख की आय है और आपकी लोन (कर्ज़) वापसी प्रतिबद्धता पहले से रु. 75,000 से अधिक है, तो आपको एक नया लोन (कर्ज़) प्रदान नहीं किया जाएगा क्योंकि आपको अपने घरेलू खर्चों को पूरा करने के लिए शेष आय की आवश्यकता होगी।
इसलिए, आपकी आय पर ध्यान दिए बिना, आपके पास कम लोन (कर्ज़) -से-आय बराबर होना चाहिए ताकि बैंक यह सोच सकें कि आपके पास पुनर्भुगतान करने के साथ-साथ परिवार के खर्चों को संभालने के लिए हर महीने पर्याप्त धन है।
संपत्ति या मूल्यवान वस्तुएँ
आपके द्वारा प्रदान किए गए संपत्ति या मूल्यवान वस्तुएँ और उसके वर्तमान बाजार मूल्य के आधार पर, बैंक आपके लोन (कर्ज़) पर लागू ब्याज दर पर निर्णय ले सकता है। संपत्ति या मूल्यवान वस्तुएँ प्रदान करने से बैंक के की नज़र से सौदा अधिक सुरक्षित हो जाएगा, जिसके परिणामस्वरूप अधिक विश्वास और कम ब्याज दर हो सकती है। एक असुरक्षित लोन (कर्ज़) पसिद्ध है क्योंकि इसमें तुलनात्मक रूप से उच्च ब्याज दर शामिल है।
अग्रिम भुगतान
आपके द्वारा बचाए गए पैसे और डाउन पेमेंट के लिए आपकी योजना के प्रभावी तरीके से बैंक का आप पर विश्वास बढ़ेगा। डाउन पेमेंट जितना अधिक होगा, लोन (कर्ज़) राशि की आवश्यकता उतनी ही कम होगी।
लोन (कर्ज़) की विशेषताएं और लाभ
विभिन्न कारणो के आधार पर कई प्रकार के लोन (कर्ज़) विभाजित किए गए हैं।
आप अपनी आवश्यकता और योगता के आधार पर उस प्रकार का लोन (कर्ज़) चुन सकते हैं जिसे आप लेना चाहते हैं।
पुनर्भुगतान क्षमता, आय, और अन्य जैसे कई कारणो के आधार पर बैंक को वह लोन (कर्ज़) राशि तय करने का पूरा ओए आखिरी अधिकार होगा जो ब्नक आपको देना चाहेगा।
प्रत्येक लोन (कर्ज़) के साथ एक लोन वापसी का निश्चित समय और ब्याज दर जुड़ी होगी।
बैंक हर लोन (कर्ज़) पर कई शुल्क लगा सकता है।
कई बैंक तत्काल लोन (कर्ज़) प्रदान करते हैं जो मिलने में कुछ मिनट से लेकर कुछ घंटों तक का समय लेते हैं।
ब्याज दर भारतीय रिजर्व बैंक के मार्गदर्शन के आधार पर बैंक द्वारा निर्धारित की जाती है।
बैंक सुरक्षा के लिए आवश्यकता निर्धारित करता है।
कुछ मामलों में सुरक्षा के बजाय तीसरे-पक्ष गारंटी का उपयोग किया जा सकता है।
कुछ बैंक कई प्रकार के पूर्व भुगतान के लिए जुर्माना लगा सकते हैं इस लिय बैंक की नियम व शर्तें लोन लेने से पहले ध्यान से पढे।
लोन (कर्ज़) के लिए योग्यता
लोन (कर्ज़) प्राप्त करने के लिए योग्यता आपके द्वारा खोजे जा रहे लोन (कर्ज़) के प्रकार के आधार पर भिन्न हो सकती है। सामान्यतया, आप अपनी योगिता की जांच करने के लिए निम्नलिखित सरल तरीको को अपना सकते हैं।
एक अच्छा क्रेडिट स्कोर
एक अच्छा इन्कम का रास्ता
प्रवेश के समय आयु 23 वर्ष से 60 वर्ष के बीच
कुछ संपत्तियां जैसे एफडी, निवेश, अचल संपत्ति आदि।
आपके बैंक के साथ अच्छे संबंध हैं
एक समय पर लोन (कर्ज़) चुकाने इतिहास
आवश्यक दस्तावेज़
नोकरी करने वाले आवेदक
फोटोग्राफ के साथ आवेदन पत्र
पहचान और पता प्रमाण
पिछले 6 महीने का बैंक खाता विवरण
नवीनतम वेतन पर्ची
फॉर्म 16
बिजनेस करने वाले आवेदक
फोटोग्राफ के साथ आवेदन पत्र
पहचान और पता प्रमाण
पिछले 6 महीने का बैंक खाता विवरण
व्यवसाय का प्रमाण
व्यापार प्रोफ़ाइल
पिछले तीन वर्षों के लिए आयकर रिटर्न (स्वयं और व्यवसाय)।
पिछले तीन वर्षों के लाभ/हानि विवरण और बैलेंस शीट
लोन (कर्ज़) ईएमआई कैलकुलेटर
आप ऑनलाइन ईएमआई कैलकुलेटर का उपयोग करके लोन (कर्ज़) बैंक को देय मासिक राशि के साथ-साथ कुल ब्याज की गणना कर सकते है।
लोन (कर्ज़) के लिए आवेदन कैसे करें?
लोन (कर्ज़) के लिए आवेदन करना जितना सोचा जा सकता है उससे कहीं अधिक सरल है। लेकिन इससे पहले कि आप आवेदन करें, आपको अपनी वित्तीय स्थिति के बारे में पता होना चाहिए, क्योंकि आपको बाद में लोन (कर्ज़) का भुगतान करना होगा।
आपको सबसे पहले अपनी जरूरतों को समझना होगा और अगर आपको लगता है कि यह आपके लिए एक आदर्श तरीका है, तो आप या तो बैंक जा सकते हैं और हेल्प लिने नंबर पर काल कर सकते हैं ओर जानकारी ले सकते हैं,या इन सब चीजों को छोड़कर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
1: वह लोन (कर्ज़) बैंक चुनें जिसे आप अपने शोध के आधार पर लोन लेना चाहते हैं और अपनी योग्यता की जांच करें।
2: लोन (कर्ज़) के लिए आवेदन करने के लिए बैंक शाखा या उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
3: सभी आवश्यक दस्तावेज और प्रमाण जमा करें या अपलोड करें।
4: बैंक आपके आवेदन पर कार्रवाई करेगा और निर्धारित समय सीमा के भीतर अपना निरण्य बताने के लिए आपसे संपर्क करेगा।
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